बिहार विधानसभा में विश्वासमत से पहले सीबीआई की छापेमारी से सियासी गलियारे में हड़कंप

बिहार विधानसभा में विश्वासमत से पहले सीबीआई की छापेमारी से सियासी गलियारे में हड़कंप

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पटना। बिहार विधानसभा में आज यानि बुधवार को नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव की नई सरकार को विश्ववासमत साबित करना है, लेकिन उससे पहले ही सियासी गलियारे में हड़कंप मच गया। सत्ताधारी के एमएलसी सह कोषाध्यक्ष और बिस्कोमान चेयरमैन सुनील सिंह के ठिकानों पर सीबीआई ने सुबह-सुबह छापेमारी शुरू कर दी। लेकिन इससे भी बड़ी खबर आगे है और वो ये कि सीबीआई के शिकंजे में आरजेडी के ही राज्यसभा सांसद अशफाक करीम भी आते दिख रहे हैं। क्योंकि सुनील सिंह के साथ पटना में अशफाक करीम के ठिकानों पर भी सीबीआई ने छापा मारा है।

मुझे फंसाया जा रहा- सुनील सिंह
सीबीआई की इस बड़ी छापेमारी के बाद बिहार के सियासी गलियारे में हड़कंप मच गया है। इधर आरजेडी एमएलसी और बिस्कोमान चेयरमैन सुनील सिंह ने कहा है कि उन्हें फंसाया जा रहा है। सुनील सिंह ने मीडिया से कहा कि श्आज का ही दिन छापेमारी के लिए क्यों चुना गया है? मुझे जानबूझकर परेशान किया जा रहा है और केंद्र सरकार के इशारे पर ये सब हो रहा है।

आरजेडी सांसद अशफाक करीम के ठिकाने पर भी रेड
वहीं आरजेडी के राज्यसभा सांसद अशफाक करीम के ठिकानों पर भी सीबीआई ने बुधवार की सुबह-सुबह ही रेड मारी। इस छापेमारी के दौरान पटना में सुनील सिंह और अशफाक करीम के ठिकानों पर सीबीआई की टीम ने दबिश दी। सूत्रों का कहना है कि सीबीआई की कई टीमें इस छापेमारी में लगी हैं और कुछ टीमों को बैकअप में भी रखा गया है। वहीं ईडी की टीम भी छापेमारी कर रही है।

मधुबनी में आरजेडी सांसद के घर ईडी की रेड
यही नहीं, आरजेडी के एक और कद्दावर नेता पर ईडी ने बुधवार को ही शिकंजा कस दिया। लालू यादव की पार्टी के राज्य सभा सांसद डॉ फैयाज अहमद के आवास पर ईडी ने सुबह-सुबह दबिश दी। ये छापा उनके मधुबनी आवास पर मारा गया। इस दौरान सीआरपीएफ के अफसरों के साथ जवानों की एक टीम भी ईडी की मदद के लिए वहां मौजूद थी।

सीबीआई की इस छापेमारी के बाद जबरदस्त सियासी हड़कंप मच गया है। इसी बीच त्श्रक् को समर्थन दे रहे निर्दलीय एमएलसी समेत कई नेता सुनील सिंह के आवास के बाहर पहुंच गए। आरजेडी नेताओं का आरोप है कि उन्हें पहले ही शक था कि सीबीआई और ईडी ऐसा कर सकती है, क्योंकि आज ही नीतीश-तेजस्वी सरकार का फ्लोर टेस्ट भी है। सत्ता पक्ष का आरोप है कि सदन में नेताओं को पहुंचने से रोकने के लिए ये छापेमारी की है।



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Samachaar India

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